धनतेरस का पर्व आने वाला है और माता लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर की सफाई व सजावट का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि सही दिन और सही विधि से झाड़ू खरीदना घर में सुख-समृद्धि लाता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि झाड़ू कब खरीदें, झाड़ू कब नहीं खरीदें, और झाड़ू कैसे रखें ताकि लक्ष्मी जी का वास आपके घर में स्थाई रूप से बना रहे।
झाड़ू कब खरीदें?
धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का महत्व:
धनतेरस पर झाड़ू खरीदना एक शुभ कार्य माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन झाड़ू खरीदने से परिवार में आर्थिक वृद्धि होती है और पारिवारिक कलह में कमी आती है। झाड़ू को माता लक्ष्मी का प्रतीक भी माना गया है, इसलिए इस दिन इसे घर में लाना सौभाग्यशाली होता है।
कौन से दिन झाड़ू खरीदना शुभ है?
धनतेरस के अलावा आप मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन झाड़ू खरीद सकते हैं। इन दिनों झाड़ू खरीदने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
झाड़ू कब नहीं खरीदना चाहिए?
कुछ दिन ऐसे होते हैं जब झाड़ू खरीदना अशुभ माना गया है। ध्यान रखें कि एकादशी, पूर्णिमा, और गुरुवार के दिन झाड़ू नहीं खरीदनी चाहिए। मान्यता है कि इन दिनों झाड़ू खरीदने से घर में समस्याएं बढ़ सकती हैं और आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ सकता है।
झाड़ू कैसे रखें?
झाड़ू को कैसे और कहां रखें, इसका भी विशेष ध्यान रखना चाहिए:
झाड़ू पर सफेद धागा बांधें: जब आप नया झाड़ू लाएं तो उसके हैंडल पर सफेद रंग का धागा बांध दें। इससे माना जाता है कि माता लक्ष्मी घर में स्थिर रहती हैं और आपके परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है।
झाड़ू को ढककर रखें: झाड़ू को हमेशा ढककर ही रखें और इसे किसी कोने में न खड़ा करें। इसके लिए अलग से स्थान निर्धारित करें। अगर झाड़ू को ठीक से नहीं रखा गया तो इसका असर पति-पत्नी के रिश्तों पर पड़ सकता है।
झाड़ू पर पैर न लगाएं: झाड़ू को अपवित्र नहीं माना जाता, इसलिए उस पर कभी भी पैर नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज़ हो सकती हैं और घर में दुर्भाग्य का आगमन हो सकता है।
झाड़ू का सही जोड़ा खरीदें: हमेशा तीन झाड़ू एक साथ खरीदना शुभ माना जाता है। दो या चार के जोड़े में झाड़ू न खरीदें, क्योंकि इसे अशुभ माना गया है।
झाड़ू के उपयोग के विशेष नियम
धनतेरस पर झाड़ू की खरीदारी:
धनतेरस पर नया झाड़ू लाकर घर में स्थापित करें। यह कार्य सूर्यास्त से पहले करना शुभ होता है ताकि लक्ष्मी का वास हो सके।
दीपावली के दिन दान करें:
अगर दीपावली के दिन तीन झाड़ू मंदिर में दान किए जाते हैं, वह भी सूर्योदय से पहले, तो इससे मां लक्ष्मी अस्थायी रूप से उस स्थान पर निवास करती हैं। लेकिन ध्यान रखें, इन झाड़ुओं को धनतेरस पर ही खरीदा जाना चाहिए।
पुरानी झाड़ू को बाहर निकालना:
घर की पुरानी झाड़ू को भी सही समय पर बाहर निकालना महत्वपूर्ण है। पुरानी झाड़ू को निकालते समय यह समझें कि आप इसके साथ घर की नकारात्मकता, गरीबी, और दुख को भी बाहर कर रहे हैं।
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