CUET 2025 में बदलाव
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) 2025 को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। इस साल CUET एक बार फिरCBT (कंप्यूटर आधारित टेस्ट) मोड में आयोजित होगा, जो 2022 के प्रारूप की वापसी है। यह निर्णय 2024 में अपनाए गए हाइब्रिड मोड (CBT और OMR शीट) में हुई तकनीकी और प्रबंधन से जुड़ी चुनौतियों के बाद लिया गया है।
CUET 2025:
C – Common
U – University
E – Entrance
T – Test
आइये जानते है CUET होता क्या है?
CUET एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसके माध्यम से छात्र दिल्ली यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) और अन्य राज्य, डीम्ड और प्राइवेट यूनिवर्सिटी में स्नातक (UG) पाठ्यक्रमों में प्रवेश पा सकते हैं। यह परीक्षा 12वीं कक्षा के बाद इन यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए अनिवार्य है। क्योंकि सीयूईटी स्कोर पर ही इन यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलता है।
CUET 2025 के तीन प्रमुख बदलाव:
1. CBT मोड की वापसी:
– 2024 में CUET का आयोजन हाइब्रिड मोड में हुआ था, जिसमें कुछ पेपर कंप्यूटर आधारित (CBT) और कुछ OMR शीट पर आधारित थे। इस व्यवस्था में छात्रों को कई तकनीकी समस्याओं और OMR शीट प्रबंधन में देरी का सामना करना पड़ा। छात्रों की कठिनाई को ध्यान में रखते हुए, 2025 के लिए परीक्षा को केवल *CBT मोड* में आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। यह कदम परीक्षा की प्रक्रिया को सरल और तकनीकी दृष्टि से मजबूत बनाएगा।
2. एडाप्टिव टेस्टिंग सिस्टम (संभावित नई प्रणाली):
– एक और महत्वपूर्ण बदलाव जो CUET 2025 में देखा जा सकता है, वह है *एडाप्टिव टेस्टिंग सिस्टम*। इस प्रणाली के तहत, परीक्षा में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर प्रश्नों की कठिनाई को समायोजित किया जाएगा। इससे विद्यार्थियों की क्षमता का अधिक सटीक और निष्पक्ष मूल्यांकन संभव होगा।
3.परीक्षा केंद्रों की संख्या और सुविधाओं में वृद्धि:
– परीक्षा केंद्रों की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ केंद्रों में बेहतर तकनीकी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी। यह निर्णय छात्रों को परीक्षा केंद्रों तक आसानी से पहुंचने और तकनीकी समस्याओं से बचने का एक सुनहरा अवसर देगा।
छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया:
छात्र और उनके अभिभावक इस बदलाव से राहत महसूस कर रहे हैं। 2024 में हुई तकनीकी समस्याओं और OMR शीट प्रबंधन में हुई देरी ने छात्रों के लिए परीक्षा को चुनौतीपूर्ण बना दिया था। अब, 2025 में *CBT मोड* के तहत छात्रों को अधिक आरामदायक और परेशानी रहित परीक्षा अनुभव मिलने की उम्मीद है।
विशेषज्ञों की राय:
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सही दिशा में उठाया गया है। *CBT मोड* बेहतर तकनीकी नियंत्रण और कम मानवीय त्रुटियों को सुनिश्चित करता है। इससे परीक्षा प्रक्रिया को समयबद्ध और निष्पक्ष बनाने में मदद मिलेगी।
CUET 2025 के परीक्षा के स्वरूप में किए गए बदलावों के साथ अब छात्रों को बेहतर तैयारी करने का मौका मिलेगा, और वे अपनी पसंदीदा विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के लिए एक नया और निष्पक्ष अवसर प्राप्त करेंगे।